"best direction for sleeping in hindi"
दोस्तों मैंने अपनी पिछली कुछ पोस्ट्स में बात की थी कि अच्छी नींद कैसे आये फिर हमने बात की कि हमारा सोने का ढंग कैसा हो जिससे कि आरामदायक नींद के साथ २ हमारे स्वास्थ्य भी ठीक बना रहे ,तो उसी श्रृंख्ला को आगे बढ़ाते हुए आज बात करेंगे -कौन सी दिशा में सोना हमारे स्वास्थ्य के लिये उत्तम है और उसके पीछे क्या लॉजिक है |
हमारे बड़े बुजुर्ग कई ऐसी छोटी २ बाते हमे बताते रहे है जिन पर हम अक्सर गौर नहीं करते और न ही हमने उन बातो के पीछे जो logics है उन पर ध्यान देने की कोशिश ही की है |सोने के विषय को लेकर भी उनका मानना रहा है कि जिस तरह अच्छा पौश्टिक भोजन या व्यायाम या फिर अन्य बाते हमारे जीवन में महत्व रखती है ,उसी तरह सोने की सही दिशा का हमारे जीवन से व स्वास्थ्य से गहरा सम्बन्ध है |
इस विषय का वर्णन न केवलchines feng shui system,आयुर्वेद आदि में है बल्कि modern science भी इस बारे में हमे काफी कुछ बताती है\| आपको जानकर हैरानी होगी कि recent scientific studies ने भी इस विषय पर प्रकाश डालना शुरू कर दिया है और इस बात की भी पुष्टि की है कि सोने की दिशा व हमे रात में किस तरह की नींद आती है ,इन दोनों बातो का आपस में गहरा सम्बन्ध है |हमारी life का लगभग एक तिहाई हिस्सा सोने में जाता है जो हमारे शरीर के लिए जरूरी भी है ,तो क्या हमारे लिए यह जानना जरूरी नहीं होगा कि हमारे लिए सोने की सही दिशा क्या होनी चाहिए ताकि हम शारीरिक व मानसिक तौर पर पूरी तरह स्वास्थ्य रह सके | सोने की मुख्यता चार दिशाए होती है -उत्तर ,दक्षिण ,पूरब और पछिम यानि कि north ,south ,east and west | तो चलिए जानते है इन मे से सोने के लिए कौन सी direction हमारे लिए best है
North direction -उत्तरी दिशा -आयुर्वेद में उत्तर की दिशा को मृत्यु की दिशा माना गया है अर्थात यह दिशा केवल dead bodies के लिए ही ठीक मानी गयी है | यह भी कहा गया है कि हमारे सिर की दिशा उत्तर व पैर की दिशा दखिन यानि south की है|पृथ्वी और हमारे बीच एक गुरत्वाकर्षण (gravitational force ) काम करता है| और यदि हम उत्तर (north ) की तरफ सर कर के सोते है तो उतर -उतर एक साथ होने से प्रतिकर्षण यानि की force of repulsion काम करेगा जिससे शरीर में सिकुड़न पैदा होगी और major sickness हो सकती है ,नींद भी ठीक से नहीं आएगी ,ब्लड प्रेशर बढ़ने का भी डर बना रहता है |इस तरह सोने से ब्लड का circulation brain की ओर अधिक जाने की संभावना रहती है और यदि हमारे ब्रेन में ब्लड जरुरत से अधिक जाता है तो इससे ब्रेन hemorrhage का भी खतरा हो सकता है |ऐसा जरूरी नहीं कि कुछ टाइम तक अगर हम ऐसे सोये तो ऐसा कुछ होगा परन्तु यदि हम लगातार इस दिशा में सोये तो ऐसा कुछ होने की सम्भावना बढ़ जाती है ,या फिर नींद में खलल पड़ती ही है | इसलिए हमे कोशिश यही करनी चाहिए की north direction में हम बिलकुल न सोये |परन्तु यदि हम दक्षिण अमेरिका या फिर ऑस्ट्रेलिया जैसे देश में है तो हम north की तरफ सर कर सकते है | ऐसा इसलिए कहा जाता है क्यूंकि north hemisphere यानि की उत्तरी गोलार्थ में रहने वालो के लिए south direction और southern hemisphere में रहने वालो के लिए north direction सर्वोत्तम रहती है |
South Direction (दक्षिणदिशा )- इस दिशा की तरफ सिर कर के सोने की दिशा को सर्वोत्तम माना गया है | यह माना जाता है की ऐसे सोने से धन ,समृद्धि ,खुशिया आती है ,और सबसे अच्छी बात यह है कि नींद बहुत अच्छी आती है
|East Direction (पूर्व दिशा )-यह माना जाता है कि सोने के समय हमारा सिर पूर्व की तरफ होता है तो इससे memory ,concentration बढ़ता है और स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है| इसके अलावा अद्यात्म की ओर भी रुझान बढ़ने लगता है |
West Direction (पछिम दिशा )-वास्तु के हिसाब से west direction की दिशा की तरफ हम सर को रख के सोते है तो इससे परिवार की प्रतिष्ठा बढ़ती है और घर में समृद्धि आती है |
South Direction (दक्षिणदिशा )- इस दिशा की तरफ सिर कर के सोने की दिशा को सर्वोत्तम माना गया है | यह माना जाता है की ऐसे सोने से धन ,समृद्धि ,खुशिया आती है ,और सबसे अच्छी बात यह है कि नींद बहुत अच्छी आती है
|East Direction (पूर्व दिशा )-यह माना जाता है कि सोने के समय हमारा सिर पूर्व की तरफ होता है तो इससे memory ,concentration बढ़ता है और स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है| इसके अलावा अद्यात्म की ओर भी रुझान बढ़ने लगता है |
West Direction (पछिम दिशा )-वास्तु के हिसाब से west direction की दिशा की तरफ हम सर को रख के सोते है तो इससे परिवार की प्रतिष्ठा बढ़ती है और घर में समृद्धि आती है |
सोने की दिशा को लेकर विष्णु पुराण जो की हिन्दुओ का महत्वपूर्ण ग्रन्थ है उसमे भी वर्णन मिलता है|
इस ग्रन्थ में भी बताया गया है कि ईस्ट या साउथ की तरफ ही अधिक लाभकारी है और यदि हम दिशा का ध्यान नहीं रखते तो हम बीमारियों को बुलावा देते है |